रादून
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने आज ऋषिपर्णा सभागार में जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ जनमानस की समस्याएं सुनी आज 84 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें आपसी विवाद, मुआवजा राशि दिलवाने, भूमि सीमांकन, जौलीग्रान्ट में सील भूमि पर निर्माण करने, ननूरखेड़ा में सफाई कार्य न होने, पारिवारिक विवाद, चकराता में लोनिवि द्वारा सड़क मानक के अनुरूप न बनाये जाने, आदि शिकायतें प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त पर्यटन, एमडीडीए, विद्युत, नगर निगम आदि विभागों से सम्बन्धित शिकायतें प्राप्त हुई।
जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों एवं नगर निगम, नगर निकाय के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सरकारी भूमि पर तत्काल अवैध कब्जे हटाते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। वहीं पेयजल एवं विद्युत सम्बन्धित शिकायतों पर जल संस्थान, पेयजल निगम एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हो रही शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। पेयजल समस्याओं के निस्तारण हेतु 03 कन्ट्रोलरूम संचालित है, कन्ट्रोलरूम सहित अन्य माध्यम से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की मॉनिटिरिंग की जा रही है।
जिलाधिकारी ने नाली/नालों की सफाई की शिकायतों पर नगर निगम के अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश दिए। जितनें भी नाले हैं उनकी सफाई कर ली जाए ताकि पानी का ठहराव न रहे। डेंगू के दृष्टिगत दवाई का छिड़काव करने के भी निर्देश दिए। नाला बन्द होेने तथा सफाई न किये जाने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के अधिकारियों को मौका मुआवना करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जौलीग्रान्ट में सील की गई भूमि पर निर्माण किये जाने की शिकायत पर उप जिलाधिकारी डोईवाला तथा एमडीडीए को सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं रामजी शरण शर्मा, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार , उपजिलाधिकारी सदर हरगिरी, उपजिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी विद्याधर कापड़ी, अधि0अभि0 विद्युत राकेश कुमार सहित एमडीडीए, पेयजल निगम, जल संस्थान, शिक्षा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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